Famous temples for Navratri –नवरात्रि 2025: भारत के पवित्र देवी मंदिर जहाँ जाएँ

माता के वो 9 धाम जहाँ दर्शन करना बेहद शुभ माना जाता है, जानिए देवी मां के वो 9 अद्भुत दरबार जहाँ दर्शन से मिलता है दुगुना आशीर्वाद

भारत के पवित्र देवी मंदिर जहाँ जाएँ — नवरात्रि आते ही पूरा भारत माँ दुर्गा की भक्ति में रंग जाता है। कहीं घंटियों की आवाज़ गूंजने लगती है, कहीं ढोल-नगाड़े बजते हैं, कहीं गरबा-डांडिया की धूम होती है, तो कहीं पहाड़ों पर चढ़ते हुए “जय माता दी” के जयकारे गूंजते हैं। यह सिर्फ उपवास और भक्ति का समय ही नहीं, बल्कि माँ दुर्गा के दरबार में हाज़िरी लगाने का सुनहरा अवसर भी है। भारत में ऐसे कई देवी मंदिर हैं जहाँ नवरात्रि के दौरान वातावरण और भी अलौकिक हो जाता है।

अगर आप भी सोच रहे हैं — “इस नवरात्रि माँ के दरबार कहाँ जाया जाए?”

तो यह लिस्ट आपके लिए है। यहाँ हैं भारत के सबसे पावन देवी मंदिर, जिनकी यात्रा नवरात्रि पर बेहद खास मानी जाती है। तो आइए, इस बार नवरात्रि 2025 में चलते हैं एक-एक करके माँ के उन 9 पावन मंदिरों की यात्रा पर –

1. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू-कश्मीर

कल्पना कीजिए – ठंडी हवाओं के बीच भक्तों का कारवां, हाथों में लाल चुनरी और होंठों पर "जय माता दी"। यही नज़ारा होता है कटरा से वैष्णो देवी की 12 किमी पैदल यात्रा का। सोचिए, पहाड़ों में 12–14 किलोमीटर का सफर, हजारों श्रद्धालु और कानों में गूंजता हुआ — “जय माता दी” 

कटरा से शुरू होने वाली यह चढ़ाई कभी थकाती है, तो कभी भक्तों की आस्था आपको और मजबूत बना देती है।

माँ वैष्णो देवी की गुफा में तीन पिंडियों के रूप में तीनों शक्तियाँ (महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती) विराजमान हैं।

नवरात्रि में यहाँ आरती, दुर्गा पाठ और भव्य सजावट मन मोह लेती है। नवरात्रि में यहाँ विशेष आरती और भजन संध्याएँ होती हैं, जिनमें शामिल होकर हर भक्त को दिव्य अनुभव होता है।

2. चामुंडेश्वरी मंदिर, मैसूर, कर्नाटक

मैसूर की ऊँची पहाड़ी पर चढ़ते ही दिखाई देता है माँ चामुंडेश्वरी का भव्य मंदिर। 

1,000 सीढ़ियाँ चढ़ना… कैसा लगेगा?

थोड़ी थकान, लेकिन ऊपर पहुँचकर माँ चामुंडेश्वरी के दर्शन और पूरे मैसूर शहर का नज़ारा — यकीन मानिए, सारी थकान पलभर में मिट जाएगी।

कहते हैं माँ ने यहीं पर महिषासुर राक्षस का वध किया था। इसीलिए मैसूर दशहरा भी इसी मंदिर से जुड़ा हुआ है।

नवरात्रि पर यहाँ सांस्कृतिक कार्यक्रम और भव्य जुलूस इस अनुभव को और भी यादगार बना देते हैं। नवरात्रि के दिनों में यहाँ सांस्कृतिक जुलूस, विशेष पूजा और भक्ति संगीत से वातावरण ऐसा हो जाता है कि हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है।

3. कालीघाट मंदिर, कोलकाता, पश्चिम बंगाल

अगर बंगाल की दुर्गा पूजा का असली रंग देखना है, तो कोलकाता के कालीघाट मंदिर की यात्रा ज़रूर करें। यह मंदिर माँ काली को समर्पित है और 51 शक्तिपीठों में से एक है।

नवरात्रि और दुर्गा पूजा के समय यहाँ दीप, ढाक की थाप और भव्य प्रतिमाओं के दर्शन एक अलग ही ऊर्जा देते हैं।

नवरात्रि और काली पूजा के समय इसकी भीड़, सजावट और भक्ति का माहौल देखने लायक होता है।

4. अंबाजी मंदिर, बनासकांठा, गुजरात

गुजरात में नवरात्रि की धूम-धाम किसी उत्सव से कम नहीं। गुजरात की नवरात्रि तो वैसे ही पूरे देश में मशहूर है।

अब सोचिए, अगर आप उसी दौरान माँ अंबाजी के दरबार में हों और शाम को गरबा-डांडिया का आनंद लें…

तो यह यात्रा कितनी यादगार होगी! गरबा और डांडिया की गूँज के बीच अंबा जी मंदिर में दर्शन करना भक्तों के लिए सौभाग्य माना जाता है।

यहाँ की विशेषता है – माँ की प्रतिमा नहीं, बल्कि एक पवित्र श्रीयंत्र की पूजा होती है।

5. कामाख्या मंदिर, गुवाहाटी, असम

माँ के सबसे रहस्यमय और शक्तिशाली मंदिरों में से एक है कामाख्या धाम। गुवाहाटी की पहाड़ी पर स्थित कामाख्या मंदिर शक्ति की उपासना का एक अनोखा केंद्र है। ये एक शक्तिपीठ भी है। 

यहाँ गर्भगृह में देवी की प्रतिमा नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक चट्टान है जिस पर जल प्रवाहित रहता है।

यहाँ का सबसे प्रसिद्ध उत्सव है अंबुबाची मेला, लेकिन नवरात्रि पर भी हजारों श्रद्धालु, साधक और भक्त यहाँ साधना और दर्शन के लिए पहुँचते हैं। कहते हैं यहाँ माँ कामाख्या की कृपा से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।

यहाँ की पूजा विधियाँ और परंपराएँ बाकी भारत से थोड़ी अलग हैं, जो इस मंदिर को और भी खास बनाती हैं।

6. कन्याकुमारी देवी मंदिर, तमिलनाडु

भारत के दक्षिणी छोर पर स्थित यह मंदिर कन्याकुमारी माता को समर्पित है। समुद्र किनारे स्थित इस मंदिर का दृश्य मन मोह लेता है।

समुद्र किनारे, लहरों की आवाज़ और सामने माँ भगवती का दरबार…

कन्याकुमारी मंदिर का माहौल भक्त को भीतर तक शांति देता है।

यहाँ आकर लोग मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना करते हैं। यहां लोकविश्वास है कि इस मंदिर में दर्शन करने से “शादी में बाधाएँ दूर होती हैं”।

मान्यता है कि माँ ने यहाँ आजीवन ब्रह्मचर्य का व्रत रखा, इसलिए यहाँ दर्शन करने से आत्मबल और साधना शक्ति की प्राप्ति होती है।

7. ज्वाला देवी मंदिर, हिमाचल प्रदेश

यहाँ की सबसे अनोखी बात है — सदाबहार ज्वाला 

बिना तेल, बिना घी… सदियों से जल रही ये लौ भक्तों को अचंभित कर देती है।

नवरात्रि में यहाँ दर्शन करने का अलग ही आनंद है।

8. मीनाक्षी अम्मन मंदिर, मदुरै, तमिलनाडु

रंग-बिरंगे गोपुरम, भव्य स्थापत्य, भव्य वास्तुकला, विशाल मंदिर परिसर और अलौकिक भक्ति का संगम है मदुरै का मीनाक्षी मंदिर। मीनाक्षी अम्मन मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि कला और संस्कृति का खजाना है।

यह मंदिर माँ पार्वती (मीनाक्षी) और भगवान शिव को समर्पित है।

नवरात्रि पर यहाँ नौ दिनों तक अलग-अलग सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत, भजन संध्या और नृत्य का आयोजन होता है।

9. चिंतपूर्णी मंदिर, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल की वादियों में स्थित यह मंदिर माँ चिंतपूर्णी का है। कहते हैं यहाँ आने से हर प्रकार की चिंता समाप्त हो जाती है। नवरात्रि में भक्त यहाँ कलश स्थापना, हवन और गरबा के साथ माँ की आराधना करते हैं।

Famous temples for Navratri

नवरात्रि सिर्फ एक त्यौहार या केवल उपवास का पर्व नहीं, बल्कि यह आस्था, शक्ति और संस्कृति का संगम है। यह माँ के दरबार में भक्ति और शक्ति का अनुभव करने का अवसर है।

भारत के ये 9 मंदिर इस बात का जीवंत उदाहरण हैं। चाहे आप उत्तर में वैष्णो देवी जाएँ, पूरब में कामाख्या, पश्चिम में अंबा जी या दक्षिण में कन्याकुमारी – हर मंदिर का अपना महत्व और आशीर्वाद है।

तो अगर आप इस बार नवरात्रि में कहीं यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इनमें से किसी एक मंदिर की यात्रा ज़रूर करें।

तो इस नवरात्रि में आप कहाँ जा रहे हैं? कॉमेंट्स में जरूर बताएं

जय माता दी 

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